कोरोना से बचना है तो रविवार को रहे अपने घरों में





 

जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने लोगों से अपील की है कि देश के प्रधानमंत्री की अपील पर रविवार को जनता कर्फ्यू में सभी सहयोग करें। अगर इस कर्फ्यू को सफल बनाया गया तो जनपद को कोरोना से सुरक्षित किया जा सकेगा। एक दिन के लिए घर से न निकल कर बीमारी से बचाव में सभी लोग बड़ा योगदान दे सकते हैं। 

वहीं, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सतीशचन्द्र सिंह ने कहा है कि लोगों की सतर्कता से न केवल उनकी बल्कि पूरे परिवार की सुरक्षा होगी और खासतौर से बुजुर्ग और बीमार लोगों की जान का खतरा टल जाएगा। उन्होंने बताया कि जिले में इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा, दस्तक अभियान और सर्विलांस सेवा जारी है। बाकी सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिये गये हैं।

सीएमओ ने अपील की कि दस्तक अभियान के दौरान जब आशा कार्यकर्ता व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता कोरोना के बारे में जानकारी दें तो उसे गंभीरता से सुनें और अमल करें। उन्होंने आपद परिस्थिति में काम करे सभी स्वास्थ्यकर्मियों की भूमिका को सराहा और कहा कि समुदाय को भी इन लोगों का हर तरह से सहयोग करना चाहिए।

सीएमओ ने बताया कि कोरोना संक्रमण से मौत का चलन ज्यादातर उन्हीं में देखा गया है जो पहले से रोगग्रस्त हैं, उम्र दराज हैं, कम प्रतिरोधक क्षमता वाले हैं या फिर बुजुर्ग हैं। कोविड-19 एक ऐसा संक्रमण है जो सीधे संपर्क में आने या किसी संक्रमिक व्यक्ति या वस्तु के संपर्क में आने से फैलता है और यह संक्रमण श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। उन्होंने बताया कि इस बीमारी की घातकता दर 2 से 3 प्रतिशत ही है जो कि 2003 में फैले सार्स की घातकता दर से 10 फीसदी और 2012 में आए मर्स की घातकता दर से 35 फीसदी कम है। 

सीएमओ ने कहा है कि इस बीमारी में सबसे अधिक चिंतित करने वाला कारक इसका प्रसार दर है जो काफी अधिक है। बीमारी का प्रसार रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि लोग एक दूसरे के संपर्क में कम से कम आएं, अनावश्यक भीड़भाड़ वाली जगह पर न जाएं, हाथों को मुंह, नाक या आंख पर न ले जाएं, सैनिटाइजर का प्रयोग करें या हाथों को समय-समय धुलते रहें। उन्होंने कहा कि जनता कर्फ्यू जैसी पहल से कोरोना के प्रसार को रोकने में काफी मदद मिलेगी। धुम्रपान, कई मास्क पहनने और एंटीबायोटिक्स का सेवन न करने की भी सीएमओ ने अपील की।

*तैयारियां मुकम्मल हैं*

सीएमओ ने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए जिला अस्पताल में 10 बेड का आइसोलेशन वार्ड और 05 बेड का क्वेरेंटाइन वार्ड प्रशिक्षित स्टॉफ के साथ तैयार है। उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक 230 यात्री विदेशों से आए हैं जिनमें सभी यात्रियों का सर्विलांस पूरा किया जा चुका है। एक ने स्वतः आकर जाँच कराई जिसमें वह कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट आया। यह यात्री पूरी तरह से स्वस्थ हैं।  अफवाहों और फोन कॉल को कंट्रोल करने के लिए दो टीम लगायी गयी हैं। साथ ही लोगों से अपील की कि वह किसी भी प्रकार के अफवाह का हिस्सा न बनें। जिले में स्थिति सामान्य है और चिंता की कोई बात नहीं है।

*ये इंतजाम भी हैं:*  

• मेडिकल तथा पैरामेडिकल स्टॉफ के लिए प्रचुर मात्रा में मॉस्क, सैनेटाइजर, ग्लोव, पीपीई किट, हाईपोक्लोराइड साल्यूशन और ब्लीचिंग पाउडर मौजूद है।

• जिला स्तर पर पांच एंबुलेंस रखे गये हैं जिनके ईएमटी व पायलट प्रशिक्षित हैं और उनकी सुरक्षा के सभी उपकरण भी उपलब्ध हैं।

• सभी चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टॉफ वायरस से बचाव के संबंध में पूर्ण प्रशिक्षण प्राप्त हैं।

*सावधानी ही बचाव*

• एक दूसरे से एक मीटर की दूरी पर रहें।

• खांसते, छींकते समय रूमाल या टीश्यू पेपर का इस्तेमाल करें।

• कोई शंका हो तो जिले में बने कंट्रोल रूम के नंबर 9454502696 पर सम्पर्क करें।

• प्रदेश सरकार के हेल्पलाइन नंबर 18001805145 पर भी संपर्क कर सकते हैं।

• शंका समाधान के लिए केंद्रीय हेल्पलाइन नंबर 91-11-23978046 पर भी फोन कर सकते हैं।

• भीड़भाड़ से बचें और बहुत आवश्यक न हो तो घर में ही रहें।



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